Tuesday 23 January 2018

Mystery of Egypt Pyramid

Egypt Pyramid

 1. Great Pyramid located in Egypt.
 2. Of the seven wonders of the world, this is the oldest.
 3. Even today, he is standing on his own world.
 4. It is believed that it can be seen not only from the mountains of        Israel but also from the moon.
 5. It was made by humans and the credit of the highest formation        created by humans goes to pyramid itself and it is considered to      be for many thousands of years.
 6. It was constructed in Egypt about 5,000 years ago.
 7. their number is 138.
 8 Pyramid was built to keep the bodies of kings of the time.

9.The Egyptians believed that their king went to another world             after death, because of which they had the king's necessities of           the king with the body of his king also kept in the pyramid.

10. One pyramid took 10 to 20 years in build, in which the number         of workers used to be 1 lakh.
11. Its texture is difficult to understand even today. For this reason         the pyramids come in the wonders of the world.
12. Its structure is such that the temperature inside it is always FreeWebSubmission.com                  normal(20° C)
13. It is said that getting rid of headache and other types of                                                                 problems by sitting inside it

14.Going and drinking the water found in this helps get relief from stomach problems.




Sunday 21 January 2018

SHISH MAHAL IN DELHI (Shalimar bagh)

शीश महल



शीश महल जो शालीमार बाग दिल्ली मैं स्तिथ है उसका निर्माण सन 1658 में सम्राट औरंगज़ेब ने करवाया था । सम्राट औरंगज़ेब को इस बगीचे की खूबसूरती भा गई थी इसलिए सम्राट ने इस बगीचे जिसे "ऐजाबाद-बाग" के नाम से जाना जाता था, 31 जुलाई, 1658जब का पहला को औरंगजेब के राज्याभिषेक का स्थान था। मूलतः, बगीचे में शीश महल नामक महल था में इसकानिर्माण कराया था।शाहजहां ने इस महल को कश्मीर, पंजाब या लाहौर के शाही दौरे पर एक स्थगित जगह के रूप में इस्तेमाल किया। बगीचे को आमतौर पर एक मुगल शैली में रखा गया था और इसमें बहुत अच्छा पानी की आपूर्ति और जल निकासी व्यवस्था थी। पूरे महल को रंगीन पुष्प चित्रों से सजाया गया था, जिनमें से कुछ को आज भी फव्वारा टैंक के आस-पास के कमरे की बाहरी दीवारों पर देखा जा सकता है। इस खूबसूरत महल का उपयोग अंग्रेजों सर डेविड ओचरलॉनी और लॉर्ड मेटकाफ्फ की ग्रीष्मकालीन लॉज के रूप में भी किया गया था। जाता था, 31 जुलाई, 1658 को औरंगजेब के राज्याभिषेक का स्थान था। मूलतः, बगीचे में शीश महल नामक महल था।







Thursday 24 August 2017

प्लेनेटस की दुनिया

प्लेनेटस की दुनिया

नमस्कार दोस्तों Excitement world  में आपका फिर से स्वागत करना चाहूंगा आज मैं आपको अपने सौरमंडल के बारे में बताने वाला हूँ।   ग्रहों के आकर  उनकी आकृति उनकी पहचान व ग्रहों  की ऐसे ही कई जानकारी आज में आपके सामने रखूँगा जिसे पढ़ कर आपकी सारी उलझने सुलझ जाएगी।  



सौरमंडल
Image result for planets gifसुर्ये आठ ग्रह, उपग्रह तथा अन्य खगोलियेपीण्ड जेसे क्षुद्रग्रह अथवा  उलकपिण्ड मिलकर सौरमंडल का निर्माण करती है। उसे हम सौर परिवार का नाम देते है जिसका मुखिया सुर्ये है।
सुर्ये – sun
सुर्ये सौरमंडल के केन्द्र मे स्थित है। यह बहुत बड़ा  है अथवा अत्यधिक गरम गेसो से बना है। इसका खिचाव बल इससे सौरमंडल को बांधे रखता है सुर्ये सौरमंडल का ऊष्मा का  एक मात्र स्त्रोत है। लेकिन हम इसकी अत्यधिक तेज ऊष्मा को महसूस नही करते। क्योकि सबसे नजदीक का तारा होने के बावजूद भी यह हम से बहुत दूर है



बुध ग्रह - Mercury

बुध की सुर्ये से दुरी 58 मीलियन है। और यह सुर्ये के चारो  ओर चक्कर 88 दिनो मे पुरा करता है और अपने धुरी पर एक चक्कर 59 दिनो मे पुरा करता है।  और यहा पर एक भी चॉंद नही है। और यह सुर्ये के सबसे नज़दिक वाला ग्रह है यहा पर जीवन संभव नही है क्योकि सुर्ये के सबसे नज़दिक होने के कारण यह बहुत ही गरम है



शुक्र - Venus

शुक्र की सुर्ये से दुरी 108 मीलियन है।  और यह सुर्य के चारो  ओर चक्कर 255 दिनो मे पुरा करता है और अपने धुरी पर एक चक्कर 243 दिनो मे पुरा करता है! और यहा पर चॉंद  नही है।  



पृथ्वी - Earth

पृथ्वी  की सुर्ये से दुरी 150 मीलियन है।  और यह सुर्य के चारो  ओर चक्कर 365 दिनो मे पुरा करता है और अपने धुरी पर एक चक्कर 01 दिनो मे पुरा करता है! और यहा पर चॉंद की सख्यां 01  है।


मगंल - Mars


Mars
मगंल  की सुर्ये से दुरी 228 मीलियन है।  और यह सुर्य के चारो  ओर चक्कर 687  दिनो मे पुरा करता है और अपने धुरी पर एक चक्कर 01 दिनो मे पुरा है! और यहा पर चॉंद की सख्यां 02  है।



बृहस्पति - Jupiter

बृहस्पति की सुर्ये से दुरी 778 मीलियन है।  और यह सुर्य के चारो  ओर चक्कर 11 साल 11 महिने लगभग 12 साल मे पुरा करता है और अपने धुरी पर एक चक्कर 9 घटें 56 मिनट मे पुरा करता है! और यहा पर चॉंद की सख्यां 16 है।





शनि -Saturn


शनि  की सुर्ये से दुरी 1,427 मीलियन है।  और यह सुर्य के चारो  ओर चक्कर 29 साल 5 महीने मे पुरा करता है और अपने धुरी पर एक चक्कर 10 घटें 40 मिनट  मे पुरा करता है! और यहा पर चॉंद की सख्यां 30 से अधिक   है।  



युरेनस - Uranus

युरेनस की सुर्ये से दुरी 2869 मीलियन है।  और यह सुर्य के चारो  ओर चक्कर 84 साल  मे पुरा करता है और अपने धुरी पर एक चक्कर 17 घटें 14 मिनट मे पुरा करता है! और यहा पर चॉंद की सख्यां 17 है।
नेप्च्युन - Neptune
नेप्च्युन की सुर्ये से दुरी 4,496 मीलियन है।  और यह सुर्य के चारो  ओर चक्कर 164 साल मे पुरा करता है और अपने धुरी पर एक चक्कर 16 घटें 07 मिनट मे पुरा करता है।  और यहा पर चॉंद की सख्यां  08 है।  


प्लूटो- Pluto
प्लूटो भी एक ग्रह हुआ करता था लेकिन उसे किसी कारण उसे ग्रह की लिस्ट से हटा दिया गया है क्योकि नासा के द्वारा यह बताया गया हे की यह बोना ग्रह बताते हे जिस कारण इसे ग्रहो मे नहीं गिना जाता  है

दुनिया के सबसे खूबसूरत महल!!

दोस्तों ये दुनिया बहुत ही खूबसूरत है अत्यधिक पुराणी होने क बाद भी इसकी खूबसूरती अभी बरक़रार है।  पृथ्वी की प्रकृति ही उसकी असली सुंदरता है परन्तु जैसे जैसे युग आगे भड़ते हुए गए वैसे वैसे  लोगों का विकास होता गया।  मनुष्य ने अपने खान पान वस्त्र आदि का निर्माण करना प्रारम्भ कर दिया।  मनुष्य की विकास की गति आगे बढ़ी व उसने ऐसे कुछ किलों का निर्माण करा जो अपने आप में बहुत अद्बुध है।   ऐसे ही कुछ अद्बुद्ध किलों क बारे में आपको बताऊंगा।

5. मैसूर पैलेस
मैसूर पैलेस कर्नाटका राज्य में स्थित है।  इसका निर्माण 1912 में हुआ है इसका निर्माण मैसूर के राज परिवार ने करवाया था इस महल का निर्माण जिस इंजीनियर ने किया था उसका नाम हेनरी इरविन है जो ब्रिटिश आर्किटेक्ट था यहाँ महल बहुत ही विशाल व खुबसुरत है इस महल की संरचना indo-Saracenic, हिन्दू ,मुस्लिम, राजपूत इन सभी के महलो के तरीको के मिश्रण से यह महल बनाया गया है दीवारो पर बनी कलाकृतियां व रतन जड़ित स्वर्ण सिंघासन इसकी खासियत है यह सिंघासन दशहरा के समय लोगो को दिखया जाता है।  
मैसूर महल देखने का समय सुबह १० से  शाम ७:३०  तक का है महल के अंदर जुते, चप्पल व कैमरा  लेजाना वर्जित है।

4 शैटॉ दे कैमबोर्ड ( कैमबोर्ड कैसल )
यह महल फ़्रांस के कैमबोर्ड  में स्थित है इसका निर्माण १५४७ में हुआ इसका नक्सा डोमेनिको दे कोर्टाना  ने तैयार किया व इसके  ढांचे का निर्माण pierre neveu कियाहै।  इस महल में 440 कमरे 282 चिमनिया व 84 सीढिया है।  इसकी हर मंज़िल में एक हॉल हर हॉल में चार आयताकार गुम्बद है।  यह महल 13000 एकड़ फैला हुआ है इसकी खूबसूरती को ब्यान करना मुश्किल है।




3.  बकिंघम पैलेस( Buckingham palace )
बकिंघम पैलेस लंदन में स्थित है यह एक ब्रिटिश राजशाही आधिकारिक निवास है इसका पूर्णतः निर्माण 1840 में हुआ।  जोकि महारानी विक्टोरिया ने राज गद्दी पर बैठने के बाद करवाया।  महल का आकार 108/120  मीटर है व 77000 वर्ग मीटर के फ्लोर स्पेस मौजूद है इसमें 1855 कक्ष है।  बहुत ही बेहतरीन तरीके से निर्मित भवन अपने आप में एक ख्वाब सा ही है।



2 . Schönbrunn पैलेस
 (जर्मन: Schloss Schönbrunn ) एक पूर्व शाही ग्रीष्मकालीन निवास है जो विएना, ऑस्ट्रिया में स्थित है।
1,441 कमरों वाले बोरोक महल देश में सबसे महत्वपूर्ण स्थापत्य, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक स्मारकों में से एक है। 9 50 के मध्य के बाद से यह एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण रहा है। महल का इतिहास और उसके विशाल उद्यान 300 से ज्यादा वर्षों पुराने है , हस्बुर्ग के बादशाहों के बदलते स्वाद, हितों और आकांक्षाओं को दर्शाते हैं।

1. फॉरबिडन सिटी
फॉरबिडन सिटी सबसे सुंदर शाही महलों में से एक है इसका निर्माण 1420 मैं हुआ  फॉरबिडन सिटी, मिंग राजवंशों  का चीनी साम्राज्य महल था। यह बीजिंग, चीन के मध्य में स्थित है, और अब पैलेस संग्रहालय के पास है। करीब 500 वर्षों के लिए, यह सम्राटों और उनके घरों का केंद्र था , साथ ही चीनी सरकार के औपचारिक और राजनीतिक केंद्र के रूप में सेवा की। परिसर में 980 भवन हैं और 720,000 स्क्वायर मीटर में फैला हुआ  हैं। महल परिसर पारंपरिक चीनी सामंती वास्तुकला का उदाहरण है और पूर्वी एशिया और अन्य जगहों में सांस्कृतिक और वास्तुशिल्प विकास को प्रभावित किया है।

      

Sunday 20 August 2017

भारत के 5 सबसे भूतिया स्थान


हमारे भारत में बहुत ऐसे रहस्य दबे हुए हैं। जिनका भेद  समय - समय पर खुलता  गया। उन्ही रहस्यो के पीछे कुछ  आस्चर्य  करने वाली कहानियां है कुछ ऐसे स्थान जहाँ कुछ असाधारण  प्रक्रिया देखी व महसूस  की गई है।  ऐसे ही कुछ स्थानो के बारे में कही गई सच्ची घटनाए व इनकी वास्तविक्ता से परिचित कराएंगे। है 

1. भानगढ़ का किला।
यह  एक रहस्य्मयी किला जो राजस्तान में स्थित है यह 17वी शताब्दी में राजा मान सिंह ने निर्माण करवाया था। राजा मान सिंह की एक पुत्री थी उसका नाम रत्नावती था।  राजकुमारी बहुत ही सुन्दर थी जब राजकुमारी 
18 वर्ष की हो गई तब वह अपनी सखी  के साथ बाजार में इतर लेने गई।  बाजार में जादूगर की नजर राजकुमारी पर पड़ गई और राजकुमारी वह राजकुमारी को पाने के लिए उस पर काला जादू करने लागा।  लेकिन उसका जादू उस पर उल्टा पड़ गया और वह स्वं के जादू का शिकार हो कर मर गया  लेकिन जाते जाते उसने इस सुन्दर भानगढ़ की बर्बादी का श्राप दे गया।  सयोंग से कुछ समय बाद भानगढ़ का पडोसी राज्य अजबगढ़ उस पर आक्रमण कर देता है व सभी  भानगढ़ वासी मारे जाते है व 300 साल पुराना भानगढ़ खंडर में बदल गया। 
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने  किले में सूर्यास्त के बाद प्रवेश वर्जित किया  है।






2. दमास बीच
दमास बीच वैसे तो पहले से ही हिन्दुओं का दहा संस्कार का स्थल था। कहते है यहाँ कई आत्माओं का वास है।
 स्थानीय लोगो का मानना है यहाँ रात होते होते रोने चिल्लाने की आवाज़े आने लगती है।  यह स्थल सूरत से १० कि. मी. की दुरी पर है वैसे तो यह तट बहुत की खूबसूरत है परन्तु रात को जो भी वहां गया वापिस नहीं आया ऐसे वहां के लोगों का कहना है।  



3. शनिवारवाड़ा

शनिवारवाडा महाराष्ट्र क पुणे में स्थित है इसका निर्माण 1732 में मराठा राजा पेशवाओं ने करवाया था।  किले के अंदर कुछ आवाज़ें आती है जिसे वहाँ  के  लोग नारायणराव की आवाज़ें बताते है।   माधवराव की मृत्यु का बाद नारायणराव को पेशवा सम्राट बना दिया गया था।  परन्तु ये बात उसके चाचा रघुनाथराव को बिलकुल भी

पसंद नहीं थी। रघुनाथराव ने नारायणराव की हत्या अपने ही सैनिक द्वारा करवा दी थी।  कई लोगो का मानना है की नारायणराव को मरने से पहले अपनी मृत्यु का आभास हो गया था ओर  उसने अपनर चाचा को आवाज़ लगाई थी " चाचा माला बचवा " और उसकी हत्या कर दी गई थी।  तभी से वहाँ  चिल्लाने की आवज़े सुनाईओ देती है जो नारायणराव की है ।   


4. टनल NO. 33(बरोग टनल )
टनल no. 33 कालका से शिमला जाने वाले रेलवे मार्ग पर जो की बरोग रेलवे स्टेशन के पास  स्थित है।  इस टनल के पीछे एक रहस्य्मयी घटना घटित है।  कर्नल बरोग जो की एक ब्रिटिश इंजीनियर था उसे इस टनल का काम ब्रिटिश गवर्नमेंट ने सौंपा था कर्नल बरोग ने पहाड़ी के दोनों छोर पर निशान लगते हुए मजदूरों को खुदाई का काम सोप दिया।  खुदाई तो हुई परन्तु  दोनों छोर आपस में मिल नहीं पाए।  मजदूरों ने कर्नल को खरी खोटी सुनाई व ब्रिटिश गवर्नमेंट ने कर्नल पर 1 रुपये का जुर्माना ठोक दिया।  कर्नल बेइज्जती बर्दास्त नहीं कर पाए व उन्होंने थीक टनल के सामने आत्महत्या कर ली।  कर्नल की आत्महत्या के बाद यहाँ उसका प्रेत दिखाई देता है और अभी तक मौजूद है। 




5. सेवॉय होटल (मंसूरी)

सेवॉय होटल मंसूरी की खूबसूरत वादियों  में बहुत की खूबसूरत ढंग से
बना हुआ एक होटल है।  इसका निर्माण 1902 में हुआ था।यह अपने टाइम में एक बेहतरीन होटल हुआ करता था उस समय के हिसाब से यह होटल एक कल्पना हुआ करता था इसका अपना पोस्ट ऑफिस भी था।   इस होटल के अध्याय में भी एक काल अध्याय जुड़ा हुआ।  1911  में एक ओल्ड लेडी जिसका नाम फ्रांसिस गारमेंट ऑर्मे था  उसकी रहस्येमयी तरीके से मृत्यु हो गई होटल के एक कमरे में उसकी कुज दिनों बाद लाश बरामद हुई।  ऑर्मे की मृत्यु के बाद उस होटल में लोगो का रह्स्यामयी तरीको से गायब होना शुरू हो गया। कुछ ही समय बाद होटल पर ताला लगा दिया गया जो अब जाकर  ITC WELCOME GROUP  ने सन 2009 में खोला।  




  


Mystery of Egypt Pyramid

Egypt Pyramid  1. Great Pyramid located in Egypt.  2. Of the seven wonders of the world, this is the oldest.  3. Even today, he ...